Sunday 30 December 2018

Ghost Story In Hindi For Child | तुमबाढ़ की डरावनी कहानी

Ghost Story In Hindi For Child | तुमबाढ़ की डरावनी कहानी

Ghost Story In Hindi For Child | तुमबाढ़ की डरावनी कहानी
Ghost Story In Hindi For Child 

Ghost Story In Hindi For Child | तुमबाढ़ की डरावनी कहानी स्टोरी को पढ़ने से पहले नीचे लाल कलर का घंटा होगा उसे दबा दें 
यह कहानी एक छोटे से गांव तुमबाढ़ की है कहा जाता है की तुमबाढ़ देवी देवताओं द्वारा श्रापित है क्योंकि इस नगर के लोगों ने कुछ वरषों पहले एक मंदिर बनवाया था उस मंदिर में हस्तर की पूजा होती थी हस्तर लक्ष्मी देवी का पहला संतान था यानी कि खूब सारे धन और अनाज की उत्पत्ति देने वाली इनसे भी कई देवता हैं जन्म लिए हुए हैं 

हस्तर बहुत ज्यादा लालची था उसने लक्ष्मी देवी के सारे सोने पर कब्जा कर लिया था और अनाज पर भी कब्जा करना चाहता था ऐसा देवी देवताओं ने उसे करने नहीं दिया और उसे छोटे-छोटे तिनको में बाट दिया लक्ष्मी जी अपनी पहली पुत्र को बहुत प्यार करती थी हस्तर का नाश होने से पहले मां ने उसे बचा लिया लेकिन एक शर्त पर बचाया था हस्तर को धरती पर पूजा नहीं जाएगा और उसे भुला दिया जाए गा लेकिन तुमबाड़ गांव के पूर्वजों ने जब से उसका मंदिर बनवाया तब से तुमबाढ़ वालों पर कयामत सी टूट पड़ी लेकिन लोग कहते हैं 

हस्तर ने प्रसन्न होकर जितना भी सोना था उस मंदिर को अर्पित कर दिया लेकिन उस मंदिर में वह सोना कहां छुपा हुआ है वह किसी को नहीं मालूम कई लोगों ने उस मंदिर में गए तो जरूर उस सोने को खोजने के लिए लेकिन कभी वापस नहीं आए इसीलिए कई वर्षों से वह मंदिर बंद पड़ा है एक पंडित ने उसी खजाने के लालच में हस्तर की बहुत पूजा करने लगा और खजाने को खोजने के लिए मंदिर में घुस गया फिर क्या मंदिर के अंदर घुसते ही आधा मनुष्य आधा जानवर वाला राक्षस देखा पंडित बहुत डर गया था 

यह देख कर अचानक से राक्षस की नजर पंडित पर पड़ जाती है वह राक्षस पंडित को जकड़ कर हस्तर की मूर्ति के नीचे छोड़ देता है पंडित उठ कर देखता है और एक बड़ी सी हस्तर की मूर्ति देखता है मूर्ति के नीचे सोना ही सोना था पंडित अपनी झोले में सोना भरने लगता है तभी अचानक से मंदिर पूरा हिलने लगा पीछे पंडित नहीं देखा कि उसके पीछे भूतों की फौज आ रही थी हाथ में मशाल लेकर पंडित बहुत घबरा गया था और वहां से भागने लगता है दरवाजे की तरफ पंडित बच तो जाता है लेकिन उसके बीवी बच्चे छोड़ देते हैं पंडित को गांव वाले उसका बहिष्कार कर देते हैं दोस्तों यह एक सच्ची घटना पर आधारित स्टोरी है अगर आपको अच्छा लगा हो तो नीचे लाल कलर का बैल आइकन है उसे दबा दे धन्यवाद

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