Friday 12 April 2019

Infobells Hindi Moral Stories | किसान की भुधिमान लड़की

Infobells Hindi Moral Stories | भुधिमान किसान की लड़की 

Infobells Hindi Moral Stories | किसान की भुधिमान लड़की
Infobells Hindi Moral Stories

Infobells Hindi Moral Stories रोसनिपुर नामक गांव में एक भीम नाम का किसान रहता था भीम के पास एक खेत था जो गांव के मुखिया जी के पास गिरवी था भीम के परिवार में उसके अलावा सिर्फ उसकी बेटी थी उसका नाम नेहा था नेहा बहुत खूबसूरत थी भीम 3 महीने खेतो में मेहनत करता और फस्ल उगने के बात उसकी कटाई करके उसे बेच कर तीन हिस्सों में बांट दिया करता था

पहला मुखिया का ब्याज दूसरा घर के राशन के लिए तीसरा नेहा के शादी के लिए और हमेशा कि तरह मुखिया प्याज लेने के लिए भीम के घर पहुंच जाया करता था और अपना प्याज लेकर चला जाता था लेकिन उस दिन मुखिया की नजर नेहा पर पड़ी और मुखिया भीम से पूछा बिटिया की अब शादी की उम्र हो गई है भीम कहता है देखते है जल्दी कोई अच्छा लड़का मिल जाए तो सादी कर दिया जाए गा मुखिया बोलता है पैसा बराबर है 

अब मैं चलता हूं मुखिया घर पहुंच गया लेकिन अभी भी मुखिया के दिमाग में नेहा का ख्याल आ रहा था समय बीतता गया भीम ने नई फसल की शुरुआत की वह हमेशा की तरह खेतों में मेहनत करता था लेकिन इस बार मौसम ने भीम का साथ नहीं दिया कई दिनों तक बारिश होती है जिसके कारण खेत पानी में डूब गया और भीम की फसल पूरी तरह से खराब हो गई 

भीम और नेहा फसल का यह हाल देखकर बहुत दुखी हुए और रोने लगे हमेशा की तरह मुखिया अपना पैसा लेने भीम के घर पहुंचा भीम घर से बाहर निकला और मुखिया जी से बोला इस बार की फसल पानी में डूब कर पूरी तरह से खराब हो गया इसलिए मैं इस बार आपको ब्याज नहीं दे पाऊंगा मुखिया बोलता है मैं तुम्हें एक तरकीब बताओ जिससे तुम्हारे पूरे कर्ज माफ हो जाएंगे 

तुम अपनी बिटिया की शादी मुझसे कर दो भीम कहता है मुखिया जी ये कहा इंसाफ है मुखिया बोलता है नहीं तो मेरा ब्याज मुझे दे दो इसके बाद तुम्हारी मर्जी भीम और नेहा सोच में पड़ जाते हैं मुखिया बोलता है मैं तुम्हारे खेत में से दो पत्थर लूंगा एक काला एक सफेद और नेहा को बिना देखे उस में से किसी एक पत्थर को उठाना है अगर काला पत्थर उठाएगी तो नेहा को मुझसे शादी करनी होगी 

और मैं तुम्हारा कर्ज भी माफ कर दूंगा अगर सफेद पत्थर उठाती है तब भी मैं तुम्हारा कर्ज माफ कर दूंगा और मैं नेहा से शादी नहीं करूंगा नेहा और भीम के पास दूसरा कोई उपाय नहीं था इसलिए मुखिया की बात मान लिया फिर मुखिया ने एक घड़ा लाकर उस्मे जमीन से दो काले पत्थर उठाकर घड़े में डाल दिया यह सब नेहा देख रही थी मुखिया बोलता है 

मैंने इस घड़े में एक काला एक सफेद पत्थर डाल दिया है अब तुम इसका चुनाव करो नेहा सोच में पड़ जाती है अगर मैं मुखिया का सच सामने लाती हूं तो मेरे पापा को पैसे चुकाने होंगे अगर मैं घड़े में हाथ डालकर कला पत्थर निकालती हूं तो मुझे मुखिया से शादी करनी पड़ेगी नेहा घडे में हाथ डालकर एक पत्थर निकाल ती है और जमीन पर गिर जाती मुखिया बोलता है 

अरे अब कैसे पता चलेगा कि कौन से कलर का पत्थर था जमीन पर बहुत सारे सफेद और काले पत्थर गिरे हुए थे तभी नेहा बोलती है घड़े में जो एक पत्थर है उससे हम पता कर सकते हैं कि मैंने कौन से कलर का पत्थर निकाला था तभी भीम घडे में से एक पत्थर निकलता है जो कि काला था अब नेहा की शादी मुखिया से नहीं होगी और ब्याज भी पूरे माफ हो गए यहां पर नेहा की समझदारी काम आई Infobells Hindi Moral Stories

निचे दिए गए कहानी को पड़े 

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