Monday 31 December 2018

Bhoot Pret Ki Kahani Hindi | बुडिया और उसका बेटा भूतिया जगह

Bhoot Pret Ki Kahani Hindi | बुडिया और उसका बेटा भूतिया जगह
Bhoot Pret Ki Kahani Hindi | बुडिया और उसका  बेटा भूतिया जगह
Bhoot Pret Ki Kahani Hindi

Bhoot Pret Ki Kahani Hindi | बुडिया और उसका  बेटा भूतिया जगह स्टोरी पढ़ने से पहले नीचे लाल कलर का बैल आइकन होगा उसे दबा दें धन्यवाद
यह कहानी लखनऊ में रहने वाले मिश्रा फैमिली की है मिस्टर मिश्रा अपने काम से हमेशा घर से दूर रहते थे मिसेज मिश्रा अपने बच्चों के साथ नया घर पर रहने मैं थोड़ा अकेला फिल हो रहा था नई जगह पर मैनेज करने में थोड़ा समय लगता है 5 अगस्त को लखनऊ में बहुत जोरदार बारिश हो रही थी उस रात मिस्टर मिश्रा अपने ऑफिस के काम से घर से बाहर थे और मिसेज मिश्रा अपने बच्चों को सुलाकर दूसरे रूम में बैठकर टीवी देख रही थी

रात का समय था करीब रात के 12:00 बज रहे थे उन्हें लगा की रात में उनका बेटा उठ कर फुटबॉल के साथ मस्ती कर रहा है पर गुस्से में बोलती हैं हिमांशु अभी तक सोए नहीं तुम तभी मिसेज मिश्रा का नजर एक अजीब और डरावना से लड़के पर पड़ती है जो कि 17 18 साल का होगा बालकनी में खड़ा था और अपनी गर्दन मोड़ चमोड रहा था मिसेज मिश्रा यह सब देख कर बहुत घबरा जाती हैं डर के मारे कांपने लगती है जैसे ही मिसेज मिश्रा उस बच्चे की तरफ आगे बढ़ती हैं

वह बच्चा गायब हो जाता है मिसेज मिश्रा उस बच्चे को ढूंढने लगती हैं और बच्चों के कमरे में चली जाती है चारों तरफ देखती हैं वह लड़का कहीं नहीं दिखाई देता तभी अचानक से वह लड़का अलमारी के ऊपर बैठा हुआ दिखाई देता है मिसेज मिश्रा पूछती हैं कौन हो तुम और लड़का वहां से फिर से गायब हो जाता है मिसेज मिश्रा मिस्टर मिश्रा के पास फोन करती हैं नेटवर्क ना होने के कारण फोन नहीं लगता तभी अचानक से कोई दरवाजा तेज से खटखटाने लगता है उसी समय मिसेज मिश्रा थोड़ा हिम्मत करके दरवाजा खोलती हैं वहां पर एक बूढ़ी औरत कुदाल लेकर घर के अंदर घुसने लगती है

और बच्चों के रूम में घुस जाती है और दरवाजा खट से बंद करती है मिसेज मिश्रा हिम्मत करके बच्चों के रूम का दरवाजा खोलती हैं फिर देखती हैं बालकनी में वह बूढ़ी औरत और उसका बच्चा बालकनी की रेलिंग पर दोनों खड़े हैं बूढ़ी औरत अपना डरावना सा चेहरा खट से पूछे मोड़ती है और नीचे कूद जाती है यह सब देख कर मिसेज मिश्रा बहुत डर जाती हैं अपने बच्चों को उठाकर कार की चाबी लेकर उसी समय घर छोड़ कर अपने दोस्त के घर चली जाती हैं बाद में पता चलता है कि जिस घर में वह ठहरी हुई थी वहां पर एक लड़का और एक औरत की हत्या हुई थी उन्हें की आत्मा वहां पर भटकती रहती है अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी हो तो नीचे लाल कलर का बैल आइकन होगा उसे दबा दें धन्यवाद Bhoot Pret Ki Kahani Hindi

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