Hindi Moral Stories For Students | जादू वाली अंगूठी की कहानी
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इस स्टोरी को पड़ने से पहले नीचे बैल आइकन होगा उसे दबा दे धन्यवाद एक समय की बात है जीतू नाम का एक लड़का भगवान की फोटो लेकर हमेशा बहुत शिकायत करता रहता था जीतू हर रोज किसी ना किसी बात पर भगवान से हमेशा गुस्सा रहता था तभी एक दिन भगवान प्रगट हुए और बोले में हूं भगवान बोलो वत्स तुम्हें क्या चाहिए बेटा जीतू बेटा जीतू तुम इतना दुखी क्यों हो बोलो जीतू ने अपनी सारी परेशानी भगवान को बताइए मेरे पास अच्छा घर नहीं है
मेरे पास मोटरसाइकिल नहीं है मेरे पास खाने के लिए कुछ नहीं है अच्छे कपड़े नहीं हैं और मेरे पास कोई स्मार्टफोन भी नहीं है जीतू भगवान को देख कर उसके मन में बहुत लालच आ गया था लेकिन भगवान को उसकी घर की हालत और उसकी हालत देखकर दया आ गई और भगवान ने उसे एक जादुई अंगूठी देते हुए कहा देखो जीतू इस अंगूठी को तुम अपनी उंगली में पहन कर फिर उसे निकाल दोगे और आंख बंद करके जो मांगोगे वह मिलेगा परन्तु जो भी तुम मांगोगे तुम्हारे शहर वालों को दुगना मिलेगा और फिर क्या जीतू बहुत खुश हो जाता है
और कहता है अरे वाह जादुई अंगूठी से में बहुत अमीर बन जाऊ गा वाह वाह जीतू की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता है और भगवान को धन्यवाद बोलता है और कहता है भगवान आपने तो मेरी जिंदगी में खुशियां ही भरदी जीतू आराम से रात को सो जाता है अगले दिन सुबह उठकर वह अंगूठी पहन कर फिर निकाल देता है और आंख बंद करके भगवान से एक मोटरसाइकिल मांगता है और मोटरसाइकिल आ जाता है जीतू बहुत खुश होता है जैसे ही अपने घर से बाहर निकलता है देखता है कि उसके शहर में हर आदमी के घर के बाहर 2 , 2 मोटरसाइकिले खड़ी है
और फिर बोला भगवान से किस को में अपनी नई मोटरसाइकिल दिखाओ सब के पास मेरी जयसी दो दो मोटरसाइकिलें हैं जीतू को गुस्सा तो बहुत आया और दुखी भी बहुत हो गया अगले दिन सुबह जीतू ने फिर से अपनी उंगली में अंगूठी पहन कर फिर निकालकर अपने आंख बंद करके बोला अब मुझे बहुत बड़ा सा घर चाहिए और फिर क्या उसका घर बहुत बड़ा हो जाता है लेकिन उसके साथ साथ उसके सहर वालों का भी जीतू जैसे दो दो बड़े घर हो गए ऐसा काफी दिन तक चलता रहा मतलब वह जो भी मांगता खाना कपड़े जूते कुछ भी मांगता शहर वालों को जीतू जैसा ही सब कुछ 2 गुना मिलता यह सब देख कर ज्यादा दुखी और परेशान हो गया और बोला अरे यह क्या अभी भी मेरे पास सब लोगों से कम धन है
और मैं तो अभी भी अपने शहर वालों से बहुत गरीब हूं जीतू ने फिर से भगवान से शिकायत करना शुरू कर दिया भगवान आप किधर हो मैं बहुत दुखी हूं आप कहां हो फिर भगवान प्रकट होते हैं और भगवान बोलते हैं अब तुम्हें क्या परेशानी है अब तो तुम्हारे पास सब कुछ है बड़ा सा घर खाने के लिए अच्छे खाने पहनने के लिए अच्छे कपड़े अब तो तुम्हारे पास हर एक चीज है अब तुम्हें किस चीज की कमी है बोलो अभी भी तुम मुझसे शिकायत कर रहे हो क्यों बेटा जी तुम बोलो जीतू बोलता है भगवान पर मैं अभी भी सुखी नहीं हूं भगवान बोलते हैं बेटा क्या हुआ जीतू बोलता है भगवान यह अपनी अंगूठी ले लो मैं इस अंगूठी से बहुत और परेशान हो गया हूं जहां भी जाता हूं मैं देखता हूं शहर वाले मुझसे भी ज्यादा खुश हैं
मेरे शहर वाले मुझसे भी ज्यादा अमीर हो गए हैं उनके पास मेरे से हर सामान दोगुना हो गया है मुझसे उनकी खुशी देखी नहीं जाती मैं और भी ज्यादा दुखी हो जाता हूं जीतू की सारी बातें सुनने के बाद भगवान बोलते हैं जीतू तुम खुद से दुखी नहीं हो तुम दूसरों की खुशी देख कर दुखी हो दूसरों से जलन करने वाला हर मनुष्य कभी खुशी नहीं रहता ऐसा कहकर भगवान ने जीतू से अपनी अंगूठी लेकर वापस चले गए दूसरों की खुशी देखकर हमें कभी भी जलन नहीं करनी चाहिए जो हमारे पास है हमें उसी के साथ खुशी से रहना चाहिए अगर आप को कहानी अच्छी लगी हो तो नीचे बैल आइकन होगा उसे दबा दे धन्यवाद Hindi Moral Stories For Students
Very nice story
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